दिलकश जुबान है तेरी
२१२२,१२१२,२२ खफीफखुबसूरत दुकान है तेरी
हर नुमाइश में जान है तेरी.१
यूं तो गूंगी ज़ुबान है तेरी
हर तमन्ना जवान है तेरी.२
बेटी इक तो जवान है तेरी
उसपे कडवी जुबान है तेरी.३
कुछ तो काला है दाल में शायद
ळड़खड़ाती जुबान है तेरी.४
फूल सा दिल लगे है कुम्हलाने
आग जैसी ज़ुबान है तेरी.५
चीर कर तीर ने रखा दिल को
टेढ़ी चितवन कमान है तेरी.६
सारा आकाश नाप लेता है
कितनी ऊंची उड़ान है तेरी.७
पेट तुकडों पे पल ही जाता है,
अब ज़रूरत मकान है तेरी.८
तुझ को पढ़ते रहे तभी जाना
देवी दिलकश जुबान है तेरी.९
Labels: GHAZAL
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